आज भी भटकती है मुमताज की आत्मा, यहां नहाने आती हैं मुमताज...?



 शाहजहां और मुमताज बेगम उनका प्यार मध्य प्रदेश के पूरहानपूर में बनी फारूकी काल की शाही किले में परवान चढ़ा था इस किले की दरों दीवारों ही नहीं कमरों से लेकर दलान ,हमाम नहाने की जगह तक आज भी शाहजहां मुमताज के हसीन प्यार के गवा है!







कहां जाता है कि मुमताज की आत्मा आज भी इस महल में भटकती है!जहां उन्हें दफनाया गया था! वार्तालाभ है17 जून को मुमताज की चल दुबे बच्चे को जन्म देते समय मौत हो गई थी! मुमताज की मौत बुरहानपुर पुर में हो गई थी शाहजहां ने आगरा में ताजमहल बना कर वहां बेगम मुमताज को दफनाया था!
लेकिन बहुत कम लोग जानते होंगे की मुमताज के मरने के बाद उसके  मृत शरीर को बुरहानपुर में ही दफनाया गया था कई लोग दावा करते हैं कि आज भी इस किल्ले के पास रात को किसी महिला के कहरने  की आवाजें आवाजें आती है!



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